अपनी सोच का आकार नापने के लिये यह टेस्ट दें
नीचे बाएं कालम में कुछ आम स्थितियां दी गयी है। बीच वाले और दाहिने काॅलम में यह तुलना की गयी है कि इसी स्थिति का सामना छोटे चिंतक और बड़े चिंतक किस तरह करते है। खुद ही देख लें। फिर फैसला करें कि जहां मैं जाना चाहता हूं वहां किस मैं किस रास्ते पर चल कर पहुंच सकता हूं ? छोटे चिंतन से या बड़े चिंतन से ?
एक ही परिस्थिति का सामना दो तरीकों से किया जा सकता है। फैसला आपके हाथ में है।

परिस्थिति |
छोटे चिंतक की शैली |
बड़े चिंतक की शैली |
खर्च का अकाउंट |
1 खर्च में कटौती करके आमदनी बढ़ाने के तरीके खोजना है। |
1 ज्यादा माल बेचकर आमदनी बढ़ाने के तरीके खोजता है। |
चर्चा |
2 अपने दोस्तों, अर्थ व्यवस्था, अपनी कंपनी, प्रतियोगी कंपनियों के नकारात्मक पहलुओं के बारें में बात करता है।
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2 अपने दोस्तों, कंपनी, प्रतियोगी कंपनियों के सकारात्मक पहलुओं के बारे में बात करता है। |
प्रगति |
3 छंटनी करने या यथास्थिति बनाये रखने में विश्वास करता है। |
3 विस्तार में विश्वास करता है। |
भविष्य |
4 भविष्य में ज्यादा संभावना नहीं देखता।
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4 बहुत उज्जवल भविष्य देखता है। |
काम |
5 काम से बचने के तरीके खोजता है।
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5 ज्यादा काम और काम करने के ज्यादा असरदार तरीके खोजता है, खासकर दूसरों की मदद करने के।
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प्रतियोगिता
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6 औसत लोगों के साथ प्रतियोगिता करता है।
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6 सर्वश्रेष्ठ लोगों के साथ प्रतियोगिता करता है।
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बजट समस्याएं
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7 आवश्यक मदों में कटौती करके पैसे बचाने के तरीके खोजता है।
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7 आमदनी बढ़ाने के तरीके खोजता है और आवश्यक के मदों में ज्यादा खर्च करता है।
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लक्ष्य
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8 छोटे लक्ष्य बनाता है।
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8 ऊंचे लक्ष्य बनाना है।
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लक्ष्य की दृष्टि
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9 केवल थोड़े समय के लिये लक्ष्य बनाता है।
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9 लंबे समय के लिये लक्ष्य बनाता है।
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सुरक्षा
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10 सुरक्षा की समस्याओं में उलझा रहता है।
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10 यह मानता है कि सफलता मिलेगी तो सुरक्षा अपने आप मिल जायेगी।
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साथी
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11 छोटे चिंतकों से घिरा रहता है।
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11 बड़े प्रगतिशील विचारों वाले लोगों से घिरा रहता है।
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गलतियां
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12 छोटी गलजियों को बड़ा चढ़ाकर दिखाता है। राई का पहाड़ बनाता है।
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12 महत्वहीन बातों, छोटी छोटी गलतियों को नजर अंदाज कर देता है।
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याद रखें, बड़ी सोच से हर तरह से फायदा होता है।
- अपने आप को सस्ते में न बेचें। खुद का कम मूल्यांकन करने का अपराध कभी न करें। अपने गुणों, अपनी योग्यताओं पर ध्यान केंद्रित करें। यह जान लें, आप जितना समझते है, आप उससे कहीं बेहतर है।
- बड़ें चिंतक की शब्दावली का प्रयोग करें। बड़े, चमकीले, आशावादी शब्दों का प्रयोग करें। ऐसे शब्दों का प्रयोग करें जिनसे विजय, आशा, सुख, आनंद के भाव निकलते हों।
- अपनी दृष्टि को विस्तार दें। सिर्फ यह न देखें कि क्या है, बल्कि यह भी देखें की क्या हो सकता है। चीजो, लोगो और खुद का मूल्य बढ़ाने का अभ्यास करें।
- अपनी नौकरी के बारे में बड़ा दृष्टिकोण रखें, सचमुच सोचें कि आपकी वर्तमान नौकरी महत्वपूर्ण है। आप अपनी वर्तमान नौकरी के बारे में क्या सोचते है इसी बात पर आपका अगला प्रमोशन निर्भर करता है।
- छोटी छोटी बातों से उपर उठें। अपने ध्यान को बड़े लक्ष्यों पर लगायें। छोटे मामलों में उलझने के बजाय खुद से पूछें क्या यह सचमुच महत्वपूर्ण है
उपांशु अग्रवाल
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