ऐसे शुरू करे बिना लागत के केटरिंग का बिजनेस और लाखों कमाये
हमारे घर शादी सगाई या जन्मदिन जैसे कई कार्यक्रम होते है जिनमें भोजन बनाने के लिये किसी को आर्डर दिया जाता है और वही भोजन के बर्तनों का प्रबंध करता है जिसके लिये पैसे अलग से लिये जाते है। आपने यदि ऐसा व्यवसाय शुरू किया तो आपको अच्छा फायदा हो सकता है। लागत न होने पर आप इस व्यवसाय को बिना लागत के भी कर सकते है, परन्तु उसके लिये आपको कुछ प्रबंध करने पड़ते है जो मैं आपको बता दूंगा।
अगर आप लागत लगा कर इस काम को करना चाहते है तो आप बर्तन बगैरह खरीद सकते है। मेरे हिसाब से आप शुरूआत के लिये बिना लगात लगाये ही काम कर सकते है। 3 या 4 अच्छे आर्डर मिलने पर धीरे धीरे व्यवसाय बड़ा सकते है जिसमें आगे बहुत फायदा है।
बिना लागत के काम करने के लिये आपको मैं कुछ बाते बताता हूं अगर आपको अच्छी लगें जो आप इनके द्वारा अपना व्यवसाय शुरू कर सकते है।
बिना लागत के व्यवसाय शुरू करने के लिये आपको अपने क्षेत्र से बाहर के केटरिंग सर्विस वालों से संपर्क करना होगा। आप हर प्रकार की केटरिंग सर्विस वालों से मिले और उनसे बात करें की आप उनको आर्डर दोगे तो वो आपको कितना कमीशन देंगे। इस प्रकार सभी के बजट के अनुसार बाहर के केटरिंग से संपर्क बना कर आप इस व्यसाय को शुरू कर सकते है।
इतना करने के बाद आपको अपना एक ऑफिस डालना होगा जहां आपके पास उपलब्ध सभी केटरिंग वालों की मेनू लिस्ट होनी चाहिये, उनके द्वारा किये गये शानदार काम की फोटो और डिटेल होनी चाहिये जिससे आपका कस्टमर आकर्षित हो। इस प्रकार आप एक जगह बैठ कर अपने क्षेत्र और आस पास के लोगो को अनेक प्रकार की केटरिंग सर्विस उपलब्ध करा सकते है।
केटरिंग के साथ आप किराना, टेेंट व अन्य जरूरी खाद्य उत्पाद(जैसे- दूध, पनीर, खोया, मक्खन, दही, हरी मटर) वालों से भी संपर्क कर उनके व्यावसाय से जुड़ कर अच्छा कमीशन प्राप्त कर सकते है।
लोगो को एक जगह सभी सुविधायें मिल जायेगी और मल्टी टाईप की केटरिंग चुनने का विकल्प मिल जायेगा। इससे आपका बिजनेस बढ़ने में ज्यादा समय नहीं लगेगा और आप अच्छा पैसा कमा सकते है।
बिजनेस अच्छा लगा हो तो आप हमें जरूर बताये और बिजनेस शुरू करने के लिये या किसी भी प्रकार की अन्य जानकारी के लिये आप हमें कमेंट कर सकते है।
जानकारी को दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें, आपका एक छोटा सा प्रयास आपकी या आपके किसी परिचित की जिंदगी बदल सकता है।
उपांशु अग्रवाल
उपांशु अग्रवाल
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